चिल्का झील ओडिशा 2024 | Chilika lake Bird Sanctuary in Hindi 2024 | Chilika Lake In Hindi | Best Time To Visit Chilika Lake in Hindi | Things To Do In Chilika Lake in Hindi | Chilika Lake Wildlife Sanctuary in Hindi | History | Entery Fee | Timing

चिल्का झील – Chilika Lake in Hindi

1100 वर्ग किलोमीटर में फैली चिल्का झील भारत की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील है। इस झील पर कई छोटे बड़े द्वीप बने हुए है जिनमे से हनीमून द्वीप और स्नैक द्वीप इस झील के प्रमुख आकर्षण के केंद्र है। सेब के आकार में बनी हुई चिल्का झील का विस्तार पुरी जिले के भुसंदपुर शहर से लेकर दक्षिण दिशा में स्थित गंजम जिले के रंभा-मालुड़ शहर तक हो रखा है।

कुछ दलदली द्वीप और 60 किलोमीटर लंबी रेत की पट्टी इस झील को बंगाल की खाड़ी से अलग करते है। चिल्का झील के आसपास लगभग 132 गाँव  है. इन गाओं के 1,50,000 लोगों का जीवन यापन पूरी तरह से इस झील पर ही निर्भर है। यहाँ स्थानीय निवासी झील देखने आने वाले पर्यटकों को नौका विहार करवाते है और इसके अलावा मत्स्य पालन भी उनके जीवन यापन का एक तरीका है।

1981 में आयोजित किये गए रामसर कन्वेंशन के तहत चिल्का झील को भारत का पहला वेटलैंड क्षेत्र घोषित किया गया। प्रवासी पक्षियों और वन्यजीवों के लिए इस झील का मौसम सर्दियों के मौसम में प्रवास करने के लिए बेहद अनुकूल माहौल बनाती। भारतीय उप-महाद्वीप में स्थित इस झील में सर्दियों के मौसम प्रवासी पक्षियों के लिए बहुत अनुकूल माहौल रहता है। इसी वजह से चिल्का झील राजहँस जैसे प्रवासी पक्षियों की सबसे बड़ी प्रजनन कॉलोनियों में से एक मानी जाती है। झील का पानी खारा होने की वजह से खारे पानी में पाये जाने वाले अनेक प्रकार दुर्लभ समुद्री जीव भी पाये जाते है।

नालबाना पक्षी अभयारण्य –  चिल्का झील – Chilika lake Bird Sanctuary in Hindi

Nalbana Bird Sanctuary, Chilika Lake, Odisha | Ref Img

नालबाना पक्षी अभयारण्, चिल्का झील के मध्य भाग में स्थित इंद्रप्रस्थ द्वीप पर बना हुआ एक विश्व प्रसिद्ध पक्षी अभ्यारण्य है। यह पक्षी अभ्यारण्य लगभग 06 वर्ग किलोमीटर ( 15.53 किलोमीटर ) के क्षेत्र में फैला हुआ है। 1972 में नालबाना पक्षी अभ्यारण को  वन्यजीव सरंक्षण अधिनियम के अंतर्गत पक्षी अभ्यारण्य घोषित कर दिया गया था।

इस पक्षी अभ्यारण में अधिकांश प्रवासी पक्षी प्रजनन के लिए सर्दियों के मौसम में आते है क्योंकि मानसून के समय यह द्वीप पूरी तरह से पानी में डुब जाता है। मानसून के बाद जैसे जैसे इस द्वीप का पानी उतरता है वैसे-वैसे द्वीप वापस दिखाई देने लग जाता है और इसके साथ यहाँ पर भारी  संख्या में प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा भी शुरू हो जाता है।

ओडिशा की स्थानीय  भाषा में नालबना का मतलब होता है घास से ढाका हुआ द्वीप। नालबाना पक्षी अभ्यारण्य में  ईरान, हिमालय, मंगोलिया, कैस्पियन सागर, मध्य और दक्षिण-पूर्व एशिया के देश, रूस और अरल सागर जैसे दूर-दराज देशों से प्रवासी पक्षी अपना प्रजनन काल और प्रवास काल पूरा करने के लिए आते है।

ग्रेलाग गीज़, बगुले, सफेद बेलदार समुद्री चील, स्पूनबिल्स, सारस, गोलिअथ बगुले, काले सर वाले इबिस, राजहंस जैसे प्रवासी पक्षी इस पक्षी अभ्यारण में बड़ी आसानी से देखे जा सकते है। नालबाना पक्षी अभ्यारण्य में कई दुर्लभ प्रजाति के पक्षी भी देखे जा सकते है जिनमें स्पॉट-बिल्ड पेलिकन, डालमेशियन पेलिकन, एशियाटिक डॉवचर्स और  स्पून-बिल सैंडपाइपर जैसे पक्षी देखे जा सकते है।

इस द्वीप पर रिवर टर्न और गल-बिल्ड टर्न जैसे घोसला बना कर रहने वाले पक्षियों को कॉलोनियां भी है इसके अलावा राजहंस जैसे पक्षी की सबसे बड़ी कॉलोनी भी इसी द्वीप पर देखी जा सकती है। द बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी द्वारा वर्ष 2002 में किये गए सर्वेक्षण में रिवर टर्न प्रजाति के पक्षियों के 540 घोसलों  की संख्या दर्ज की थी। उस समय  रिवर टर्न प्रजाति के पक्षियों की यह नास्टिंग कॉलोनी दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनी थी।

डॉल्फिन प्वाइंट सतपाड़ा चिल्का झील –  Dolphin Point Chilika lake in Hindi

Dolphins in Satpada, Chilika Lake, Odisha | Ref Img

नालबाना पक्षी अभ्यारण्य के अलावा चिल्का झील के आसपास सात गांव का एक समूह है। इन सात गांव के समूह को स्थानीय लोग सातपाड़ा के नाम से भी जानते है। और यहाँ आने वाले पर्यटकों के बीच में यह जगह सातपाड़ा डॉलफिन पॉइंट के नाम से ज्यादा प्रसिद्ध है। चिल्का झील में इस स्थान पर डॉलफिन के दिखने की सबसे ज्यादा सम्भावना रहती है इसलिए इस जगह को डॉलफिन पॉइंट कहा जाता है।

चिल्का झील में नौका विहार करने वाले लगभग सभी पर्यटकों के लिए सातपाड़ा डॉलफिन पॉइंट आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है। चिल्का झील एक खारे पानी को झील है और इसी वजह से इस झील का समुद्री जनजीवन बहुत ज्यादा समृद्ध है।

समुद्री वनस्पति और मछलियों के अलावा  झील के खारे पानी में डॉलफिन जैसा शानदार समुद्री जीव भी बड़ी आसानी से देखा जा सकता है। इरावदी डॉलफिन के अलावा इस झील में  बॉटल नोज डॉलफिन, कॉमन डॉलफिन और  व्हाइट नोज़्ड डॉल्फ़िन को बड़ी आसानी  देखा जा सकता है।

चिल्का झील का वन्यजीवन और वनस्पति – Chilika lake wildlife sanctuary in Hindi

Golden Fox, Chilika Lake, Odisha | Ref Img

चिल्का झील में प्रवासी पक्षियों और समृद्ध समुद्री जनजीवन के अलावा झील के आसपास के क्षेत्र में वन्यजीव और भरपूर वनस्पति भी देखने को मिलती है। झील के आसपास पाये जाने वाले वन्यजीवों में मुख्य रूप से लकड़बग्गा, चित्तीदार हिरण, ब्लैकबक और गोल्डन सियार बड़ी आसानी से देखे जा सकते है।

वन्यजीवों के अलावा यह चिल्का झील इको टूरिज्म के लिए भी सबसे उपयुक्त जगहों में से एक मानी जाती है। चिल्का झील के आसपास के क्षेत्र में  जलीय वनस्पति के अलावा गैर-जलीय वनस्पति भी प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। चिल्का झील में किये गए एक पर्यावरण सर्वेक्षण के अनुसार इस झील के आसपास पेड़-पौधों की लगभग 710 से भी ज्यादा प्रजातियाँ पाई जाती है।

मंगलाजोड गाँव चिल्का – Manglajodi Village Chilika lake in Hindi

Fishing In Chilika Lake, Manglajodi, Chilika Lake, Odisha | Ref Img

चिल्का झील में मछली पकड़ने के लिये सबसे प्रसिद्ध जगह का नाम है मंगलाजोडी। मंगलाजोडी चिल्का झील के पूर्वी तट पर स्थित एक छोटा सा गाँव है। मंगलाजोडी प्राकृतिक रूप से एक बहुत खूबसूरत गांव है। यह गांव बहुत सारी प्रवासी पक्षियों की प्रजातियों के अलावा कई दुर्लभ और विलुप्त प्राय पक्षियों के निवास स्थान के रूप में भी प्रसिद्ध है। इस गांव का नाम मंगलाजोडी यहाँ पर स्थित तो प्राचीन जुड़वाँ मंदिरों के नाम पर रखा गया है। इस गांव के पास में प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर भी है यह मंदिर लगभग 250 साल पुराना माना जाता है।

कालिजाई मंदिर, चिल्का – Kalijai Temple Chilika lake in Hindi


Kalijai Temple, Chilika Lake, Odisha | Click on Image For Credits

कालिजाई मंदिर, देवी काली को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। यह प्राचीन मंदिर चिल्का झील के मध्य भाग में एक छोटे से द्वीप पर बना हुआ है और चिल्का झील के आसपास के गांव में रहने वाले स्थानीय लोगों में इस मंदिर के प्रति बहुत श्रद्धा रहती है। चिल्का झील घूमने आने वाले पर्यटक के लिए भी यह मंदिर आकर्षण का बड़ा केंद्र है।

कालिजाई मंदिर में देवी काली के दर्शन करने के लिये पर्यटक और श्रद्धालु नाव की सहायता से इस मंदिर तक बहुत आसानी से पहुँच सकते है। मकर संक्रांति का त्यौहार  इस मंदिर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस त्यौहार के समय इस मंदिर में श्रद्धालुओं की बहुत भारी भीड़ जुटती है।

चिल्का झील घूमने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit Chilika lake in Hindi

Chilika Bird Sanctuary, Odisha

बारिश के मौसम में चिल्का झील में बारिश बहुत ज्यादा होती है। यहाँ पर बहुत ज्यादा होने बारिश की वजह से चिल्का झील का जल स्तर भी बहुत बढ़ जाता है। इस वजह से झील के कई पर्यटक स्थल बारिश के मौसम में पर्यटकों के लिए बंद रहते है। सर्दियां शुरू होते-होते प्रवासी पक्षी चिल्का झील पर इकट्ठा होना शुरू हो जाते है और झील का जल स्तर भी कम जो जाता है। इसलिये नवंबर महीने से लेकर फरवरी महीने के अंतिम सप्ताह तक आप चिल्का झील देखने के लिये कभी भी जा सकते है।

चिल्का झील और नालबाना राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश शुल्क और प्रवेश समय – Chilika lake Entry Fees in Hindi

Sunrise At Chilika Lake, Odisha | Ref Img

चिल्का झील में प्रवेश का समय – Chilika Lake Timings in Hindi

चिल्का झील में नौका विहार का आनन्द लेने के लिए किसी भी समय जाया जा सकता है।

चिल्का झील में प्रवेश शुल्क – Chilika Lake Entry Fee in Hindi

झील में नौकायन के लिये अलग-अलग तरह के चार्ज लिया जाता है। सबसे न्यूनतम चार्ज 90/- रुपये है और सबसे अधिकतम चार्ज 9000/- रुपये है। नौकायन की अवधि 04 घंटे रहती है।

नालबाना राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में प्रवेश का समय – Nalbana Bird Sanctuary Timings in Hindi

सुबह 06 बजे से लेकर शाम को 06 बजे तक।

नालबाना राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में प्रवेश शुल्क – Nalbana Bird Sanctuary Entry Fee in Hindi

इसके अलावा नालबना राष्ट्रीय उद्यान में किसी भी प्रकार का प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है। नालबना राष्ट्रीय उद्यान तक जाने के लिए आप को 300/- रुपये बोटिंग का चार्ज देना पड़ेगा। नालबना राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश करने के लिए आप को ब्रह्मपुर फारेस्ट डिपार्टमेंट से परमिट लेना पड़ेगा।

चिल्का झील कैसे पहुंचे – How to reach Chilika lake in Hindi

Sunset At Chilika Lake, Odisha | Ref Img

हवाई जहाज से चिल्का झील कैसे पहुंचे – How to reach Chilika lake By Flight in Hindi

भुवनेश्वर का एयरपोर्ट चिल्का झील के सबसे नजदीकी  एयरपोर्ट है। भुवनेश्वर के बीजू पटनायक अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट से चिल्का झील की दुरी मात्र 113 किलोमीटर है। भुवनेश्वर से चिल्का झील के लिए आप को बस, टैक्सी और कैब सर्विस बड़ी आसानी से मिल जाएगी।

रेल से चिल्का झील कैसे पहुंचे – How to reach Chilika lake By Train in Hindi

पुरी रेलवे स्टेशन से चिल्का झील दुरी मात्रा 38 किलोमीटर है। पुरी से आपको नियमित रूप से चिल्का के लिए बस, टैक्सी और कैब सर्विस मिल जाएगी। पुरी के अलावा बालुगांव रेलवे स्टेशन से चिल्का झील मात्र 5 किलोमीटर दूर है।

बालुगांव से आप बड़ी आसानी चिल्का  झील पहुँच सकते है। अगर आप भारत के किसी अन्य शहर से चिल्का झील घूमने आ रहे है तो पुरी रेलवे स्टेशन भारत के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

बालुगांव के लिए आप को भारत के अन्य शहरों से कनेक्टिविटी चेक करनी पड़ेगी है। अगर आप को बालुगांव के लिए सीधी ट्रैन मिल रही है तो आप को सीधे बालूगांव रेलवे स्टेशन आना चाहिए।

सड़क मार्ग से चिल्का झील कैसे पहुंचे – How to reach Chilika lake By Raod in Hindi

चिल्का झील भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 05 से जुड़ी हुई है। पुरी, भुवनेश्वर और कटक जैसे ओडिशा के प्रमुख शहरों से भी आप बड़ी आसानी से चिल्का झील पहुँच सकते है। इन सभी शहरों से आप बस, टैक्सी और कैब सर्विस द्वारा चिल्का झील बड़ी आसानी से पहुँच सकते है। अगर आप अपने निजी वाहन से आप चिल्का झील आ रहे है तो भी आप बड़ी आसानी से चिल्का झील पहुँच सकते है।

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